Saturday, July 6, 2013

UPTET 2013 : मांगी आपत्तियां, पहुंची पास करने की सिफारिश

 
UPTET 2013 : मांगी आपत्तियां, पहुंची पास करने की सिफारिश


इलाहाबाद। ‘मैम, मैंने टीईटी प्राथमिक स्तर का पेपर दिया है। आंसर शीट से मिलान किया तो पता चला कि पासिंग परसेंट यानी 60 प्रतिशत अंक हासिल करने के लिए दो नंबर कम हो रहे हैं। आपसे प्रार्थना है कि मुझे दो अंक दिला दें जिससे मैं टीईटी पास कर सकूं। यह मेरे कॅरियर का सवाल है।’
‘मैम, मैंने टीईटी उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा दी है। प्लीज मुझे पास कर दीजिएगा, ये मेरी जिंदगी और मौत का सवाल है। पढ़ने में थोड़ा अजीब जरूर लग रहा होगा लेकिन यह वास्तविकता है।’
शिक्षक पात्रता परीक्षा देने के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने आंसरकी जारी की है। परीक्षार्थियों से आंसर को लेकर आपत्तियां मांगी गई थी। आपत्तियाें के बीच पास कराने के लिए सचिव, परीक्षा नियामक के पास कराने के लिए सिफारिशों के ढेरों ई मेल पहुंचे हैं।
जिस तरह की नासमझी हाईस्कूल और इंटर के परीक्षार्थी करते हैं वही बीएड, बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी और मोहल्लिम की डिग्री हासिल कर चुके युवाओं ने किया है। शिक्षक बनने के लिए टीईटी को अनिवार्य कर दिया गया है, इसलिए परीक्षार्थी खुद को पास करने की दरख्वास्त कर रहे हैं। खास यह कि कई ईमेल ऐसे आए हैं, जिसमें परीक्षार्थियों ने कहा कि उन्होंने परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट में कला, विज्ञान, उर्दू वर्ग का गोला तक नहीं भरा है। सचिव से ही उसे भर देने की सिफारिश की गई है। कई परीक्षार्थी तो प्रश्नपत्र की सिरीज के गोले को काला न करने जैसी गलती कर बैठे हैं और चाहते हैं कि उसे ठीक कर दिया जाए। सूत्रों के मुताबिक कुछ परीक्षार्थी तो ऐसे हैं जो परीक्षा के दौरान प्रश्न हल करते रह गए और समय खत्म हो जाने पर ओएमआर शीट नहीं भर पाए। अब ई मेल के माध्यम से उन्होंने सिफारिश की है कि कोई उनका ओएमआर भर दे।
सचिव, परीक्षा नियामक नीना श्रीवास्तव ने स्वीकार किया कि ऐसे ढेरों ईमेल पहुंचे हैं। उनका कहना है कि वेबसाइट पर जारी आंसर की पर आपत्तियां मांगी गई थी। आपत्तियों को छोड़ किसी चीज पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। आपत्तियों की जांच के दौरान ऐसे नासमझी वाले मेल छांट कर अलग कर दिए जाएंगे



 

UPTET 2013 : मांगी आपत्तियां, पहुंची पास करने की सिफारिश

 
UPTET 2013 : मांगी आपत्तियां, पहुंची पास करने की सिफारिश

UPTET  / टीईटी / TET Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News

इलाहाबाद। ‘मैम, मैंने टीईटी प्राथमिक स्तर का पेपर दिया है। आंसर शीट से मिलान किया तो पता चला कि पासिंग परसेंट यानी 60 प्रतिशत अंक हासिल करने के लिए दो नंबर कम हो रहे हैं। आपसे प्रार्थना है कि मुझे दो अंक दिला दें जिससे मैं टीईटी पास कर सकूं। यह मेरे कॅरियर का सवाल है।’
‘मैम, मैंने टीईटी उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा दी है। प्लीज मुझे पास कर दीजिएगा, ये मेरी जिंदगी और मौत का सवाल है। पढ़ने में थोड़ा अजीब जरूर लग रहा होगा लेकिन यह वास्तविकता है।’
शिक्षक पात्रता परीक्षा देने के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने आंसरकी जारी की है। परीक्षार्थियों से आंसर को लेकर आपत्तियां मांगी गई थी। आपत्तियाें के बीच पास कराने के लिए सचिव, परीक्षा नियामक के पास कराने के लिए सिफारिशों के ढेरों ई मेल पहुंचे हैं।
जिस तरह की नासमझी हाईस्कूल और इंटर के परीक्षार्थी करते हैं वही बीएड, बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी और मोहल्लिम की डिग्री हासिल कर चुके युवाओं ने किया है। शिक्षक बनने के लिए टीईटी को अनिवार्य कर दिया गया है, इसलिए परीक्षार्थी खुद को पास करने की दरख्वास्त कर रहे हैं। खास यह कि कई ईमेल ऐसे आए हैं, जिसमें परीक्षार्थियों ने कहा कि उन्होंने परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट में कला, विज्ञान, उर्दू वर्ग का गोला तक नहीं भरा है। सचिव से ही उसे भर देने की सिफारिश की गई है। कई परीक्षार्थी तो प्रश्नपत्र की सिरीज के गोले को काला न करने जैसी गलती कर बैठे हैं और चाहते हैं कि उसे ठीक कर दिया जाए। सूत्रों के मुताबिक कुछ परीक्षार्थी तो ऐसे हैं जो परीक्षा के दौरान प्रश्न हल करते रह गए और समय खत्म हो जाने पर ओएमआर शीट नहीं भर पाए। अब ई मेल के माध्यम से उन्होंने सिफारिश की है कि कोई उनका ओएमआर भर दे।
सचिव, परीक्षा नियामक नीना श्रीवास्तव ने स्वीकार किया कि ऐसे ढेरों ईमेल पहुंचे हैं। उनका कहना है कि वेबसाइट पर जारी आंसर की पर आपत्तियां मांगी गई थी। आपत्तियों को छोड़ किसी चीज पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। आपत्तियों की जांच के दौरान ऐसे नासमझी वाले मेल छांट कर अलग कर दिए जाएंगे


 

विद्यालय में तैनाती को भटक रहे अनुदेशक


विद्यालय में तैनाती को भटक रहे अनुदेशक




विद्यालय में तैनाती को भटक रहे अनुदेशक
बांदा कार्यालय : नियुक्ति पत्र मिलने के बाद भी अनुदेशकों को विद्यालय में तैनाती नहीं दी जा रही है। इस पर अनुदेशकों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। बताया कि बीएसए कार्यालय के अधिकारियों व लिपिकों की ओर से उन्हें किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी जा रही है।
गुरुवार को दर्जनों अनुदेशकों ने नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कहा कि जून माह से लगातार बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में नियुक्ति पत्र के संबंध में दौड़ रहे हैं, लेकिन कोई भी अधिकारी व बाबू कार्यालय में कभी नहीं मिलते हैं और जो मिलते भी हैं वह किसी प्रकार की जानकारी नहीं देते। बताया कि शासनादेश के तहत एक जुलाई से अनुदेशकों को विद्यालय में नियुक्ति देने का आदेश था। नियुक्ति पत्र न मिलने से जिले के दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले अनुदेशकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने जिलाधिकारी से नियुक्ति पत्र दिलाने की मांग की है। इस दौरान संजय प्रजापति, फूल आदि रहे|
Sabhar: Jagran (5 July 2013)



Friday, July 5, 2013

कस्तूरबा विद्यालयों की ऑनलाइन निगरानी



इलाहाबाद : प्रदेश भर के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की ऑनलाइन निगरानी की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए प्रत्येक विद्यालयों में वेब कैमरा लगाया जाएगा। वार्डेन और शिक्षकों को रोजाना क्रियाकलाप से अवगत कराना होगा। सर्व शिक्षा अभियान की राज्य परियोजना निदेशक अमृता सोनी की ओर से प्रदेश के बीएसए को निर्देश भेजा गया है।1विद्यालयों में वार्डेन और शिक्षक के अनुपस्थित रहने और छात्रओं को भोजन आदि आवश्यक सुविधाएं भी न मिलने की शिकायतें आ रहीं थीं। सरकारी धन के सदुपयोग और योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रदेश के शिक्षा महकमे ने एक बार फिर चिंता जाहिर की है। सर्व शिक्षा अभियान के स्कूल न जाने वाली अथवा ड्रॉप आउट छात्रओं को छह से आठवीं तक की पढ़ाई की आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश भर में 746 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों की स्थापना की गई है। इन विद्यालयों में 11 से 14 साल की उम्र की बालिकाओं को प्रवेश दिया जाता है। 1इलाहाबाद : प्रदेश भर के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की ऑनलाइन निगरानी की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए प्रत्येक विद्यालयों में वेब कैमरा लगाया जाएगा। वार्डेन और शिक्षकों को रोजाना क्रियाकलाप से अवगत कराना होगा। सर्व शिक्षा अभियान की राज्य परियोजना निदेशक अमृता सोनी की ओर से प्रदेश के बीएसए को निर्देश भेजा गया है।1विद्यालयों में वार्डेन और शिक्षक के अनुपस्थित रहने और छात्रओं को भोजन आदि आवश्यक सुविधाएं भी न मिलने की शिकायतें आ रहीं थीं। सरकारी धन के सदुपयोग और योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रदेश के शिक्षा महकमे ने एक बार फिर चिंता जाहिर की है। सर्व शिक्षा अभियान के स्कूल न जाने वाली अथवा ड्रॉप आउट छात्रओं को छह से आठवीं तक की पढ़ाई की आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश भर में 746 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों की स्थापना की गई है। इन विद्यालयों में 11 से 14 साल की उम्र की बालिकाओं को प्रवेश दिया जाता है। 1

पीसीएस-2011 की मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित


इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य/ प्रवर  अधीनस्थ सेवा (मुख्य परीक्षा)-2011 का परिणाम गुरुवार को घोषित कर दिया। इसमें 1316 अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए सफल घोषित किए गए हैं। साक्षात्कार की तिथि अभी घोषित नहीं की गई है। 1गौरतलब है कि आयोग के अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद अनिल कुमार यादव ने 2011 की पीसीएस मुख्य परीक्षा का रिजल्ट घोषित करना अपनी प्राथमिकता बताया था। दो माह बाद उन्हें इसमें सफलता मिली है। यह परीक्षा 389 रिक्तयों के लिए 8 दिसंबर 2011 से 3 जनवरी 2012 तक इलाहाबाद, लखनऊ, गाजियाबाद के केंद्रों पर आयोजित की गई थी। इसमें 8481 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए थे।1इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य/ प्रवर अधीनस्थ सेवा (मुख्य परीक्षा)-2011 का परिणाम गुरुवार को घोषित कर दिया। इसमें 1316 अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए सफल घोषित किए गए हैं। साक्षात्कार की तिथि अभी घोषित नहीं की गई है। 1गौरतलब है कि आयोग के अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद अनिल कुमार यादव ने 2011 की पीसीएस मुख्य परीक्षा का रिजल्ट घोषित करना अपनी प्राथमिकता बताया था। दो माह बाद उन्हें इसमें सफलता मिली है। यह परीक्षा 389 रिक्तयों के लिए 8 दिसंबर 2011 से 3 जनवरी 2012 तक इलाहाबाद, लखनऊ, गाजियाबाद के केंद्रों पर आयोजित की गई थी। इसमें 8481 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए थे।

बीएड प्रवेश परीक्षा सात को

 

 

इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के बीएड प्रवेश परीक्षा का आयोजन सात जुलाई को होगा। इस परीक्षा के जरिए बीएड, बीएड विशिष्ट शिक्षा और पीजीपीडी में प्रवेश दिया जाएगा। परीक्षा का आयोजन प्रदेश के आठ शहरों में बनाए गए 11 परीक्षा केंद्रों पर एक साथ होगा।1 कुलपति प्रो.एके बख्शी ने बताया कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर प्रेक्षक तैनात किए जाएंगे। पहली पाली में सुबह नौ से 12 बजे तक बीएड विशिष्ट शिक्षा और पीजीपीडी और दूसरी पाली में दोपहर दो से पांच बजे तक बीएड की परीक्षा आयोजित की जाएगी। सभी परीक्षार्थियों को पंजीकृत डाक से प्रवेश पत्र भेज दिए गए हैं। जिन अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र नहीं मिल पाया हो वह विश्वविद्यालय के प्रवेश काउंटर पर संपर्क कर डुप्लीकेट प्रवेश पत्र हासिल कर सकते हैं। प्रवेश पत्र की द्वितीय प्रति हासिल करने के लिए तीन फोटोग्राफ और सौ रुपये शुल्क लिया जा रहा है। 26

इसी माह टीईटी का रिजल्ट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का रिजल्ट 25 से 27 जुलाई के बीच जारी करने की तैयारी है। इस बार खास बात यह होगी कि उत्तर पुस्तिकाओं का दोहरा यानी दो एजेंसियों से मूल्यांकन कराया जाएगा ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना न रहे। रिजल्ट आने के तुरंत बाद इसके प्रमाण पत्रों का वितरण शुरू कर दिया जाएगा।
प्रदेश में 27 और 28 जून को 872 केंद्रों पर टीईटी का आयोजन हुआ था। इसमें 7,65,634 परीक्षार्थी शामिल हुए। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने आंसर शीट जारी कर दी है। इस पर आपत्तियां मांगी गई हैं। इनका निस्तारण किया जाएगा। इस बार टीईटी में काफी कठिन सवाल पूछे गए थे इसलिए अधिकतर परीक्षार्थियों के कई सवाल छूट गए हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी शासनादेश के मुताबिक टीईटी का रिजल्ट जारी करेगा। शासनादेश में परीक्षा के 30 दिन के अंदर रिजल्ट जारी करने की व्यवस्था दी गई है। इसके आधार पर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू करा दिया गया है। टीईटी का रिजल्ट आने के बाद इसमें पास होने वाले मोअल्लिम-ए-उर्दू वालों के शिक्षक बनने का रास्ता साफ हो जाएगा।

BTC / UPTET : नियुक्ति को जेडी से मिले बीटीसी अभ्यर्थी

सहारनपुर: काउंसलिंग में शामिल हो चुके बीटीसी-2010 के अभ्यर्थियों ने संयुक्त शिक्षा निदेशक मंजू शर्मा से मिलकर जल्द नियुक्ति दिलाई जाने की मांग की।
गुरूवार को चकरोता रोड स्थित जेडी कार्यालय कार्यालय पहुंचे बीटीसी अभ्यर्थियों ने संयुक्त शिक्षा निदेशक मंजू शर्मा से भेंट की। उनका कहना था 21 व 28 जून को उनकी काउंसलिंग हो चुकी है लेकिन आज तक नियुक्ति के बारे में कोई सूचना नही दी जा रही है। पिछले कई दिन से वह बीएसए कार्यालय के चक्कर लगा रहे है। उन्होंने बताया कि शासन से 10 जुलाई तक नियुक्ति दिए जाने के निर्देश है जबकि जिले में कोई कार्यवाई नहीं हो रही है। अभ्यर्थियों ने बताया कि इलाहाबाद, प्रतापगढ़ व मैनपुरी सहित कई जिलों में नियुक्ति प्रक्रिया तेजी से चल रही है। उन्होंने संयुक्त शिक्षा निदेशक से जल्द नियुक्ति दिलाए जाने के लिए बीएसए को निर्देशित करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में सुशील कुमार, सीमा सैनी, अर्पण शर्मा, ब्यूटी राणा, अशोक कुमार, प्रिया सैनी, मशरूर अहमद, सुशील आर्य, प्रवीण कुमार आदि शामिल रहे।
नियुक्ति को भटक रहे अभ्यर्थी
सहारनपुर: बेसिक शिक्षा परिषद के जूनियर हाइस्कूलों में अनुदेशक पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया लटककर रह गई है। प्रवेश कुमार, अर्जुन सिंह, सुबोध कुमार, रवि कुमार, कुलदीप, सेठपाल, सोनी, अनूप कुमार, अंकुर, रविन्द्र, सन्नी कुमार, पवन, विकास राठी का कहना है कि गुरुवार को वे बीएसए, सीडीओ व डीएम कार्यालय पहुंचे लेकिन कोई अधिकारी उनसे मिलने को तैयार नही है। उन्होंने निर्णय लिया कि शुक्रवार को विकास भवन एकत्र होकर नियुक्ति की मांग के लिए दबाव बनाया जायेगा

Sabhaar : Jagran(04 Jul 2013) 
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