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Friday, November 21, 2014

गैरहाजिरी पर बीटीसी से आधा दर्जन की विदाई


मैनपुरी, भोगांव: गुरुजी बनने की चाहत में बीटीसी प्रशिक्षण में स्थान पाने के बाद लापरवाह और गैर जिम्मेदाराना रवैया आधा दर्जन प्रशिक्षणार्थियों के लिए परेशानी का सबब बन गया। लगातार गैर हाजिर चल रहे प्रशिक्षणार्थियों को दो वर्षीय प्रशिक्षण से बेदखल कर दिया गया। डायट प्रशासन की इस कार्रवाई का असर भी नजर आने लगा है और अब प्रशिक्षण में अधिकांश प्रशिक्षणार्थी अपनी उपस्थिति को लेकर संजीदा हो गए हैं। आधा दर्जन सीटें खाली होने के बाद शासन को भी अवगत करा दिया गया है।
प्राथमिक शिक्षा में नौकरी की चाहत रखने वाले युवाओं के लिए बीटीसी प्रशिक्षण बेहतर माध्यम है। दो वर्ष के प्रशिक्षण में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान व जनपद में संचालित निजी कॉलेजों में विशेषज्ञों द्वारा युवाओं को शिक्षण की तमाम विधाओं एवं शिक्षा के नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण करने का प्रयास किया जाता है। वर्तमान में संचालित बीटीसी सत्र 2013 में प्रवेश लेने के बाद अप्रैल माह से शुरू हुए प्रशिक्षण में शुरू से ही कुछ प्रशिक्षणार्थियों ने लापरवाही बरतना शुरू कर दिया और अपनी उपस्थिति को लेकर वह संजीदा नहीं दिखाई दिए। इस संबंध कई बार डायट प्रशासन ने इन लोगों को अपने आचरण में सुधार लाकर नियमित तौर पर कक्षाओं में उपस्थित रहने का रिमांइडर भेजा। लेकिन इसके बाद भी उन पर कोई असर नहीं हुआ। डायट के लिए निर्धारित 200 सीटों में प्रवेश पाने में कामयाब रहे इन आधा दर्जन लापरवाह प्रशिक्षणार्थियों की लगातार गैर हाजिरी उनके ऊपर कार्रवाई का सबब बन गई। गैरहाजिरों को नोटिस भेजने के बाद आखिरकार इन्हें दो वर्षीय प्रशिक्षण से बेदखल करने का निर्णय लिया गया। डायट प्राचार्य आरएस बघेल ने बताया कि इस सत्र में आधा दर्जन प्रशिक्षणार्थियों को गैरहाजिर रहने के चलते संस्थान से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में आवश्यक अभिलेखीय कार्रवाई पूर्ण कर शासन को भी पत्राचार कर दिया गया है। डायट प्रशासन द्वारा विगत महीनों में की गई इस कार्रवाई के बाद अब प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति पहले की अपेक्षा काफी बढ़ गई है। प्राचार्य ने बताया कि आगे भी गैरहाजिर रहने वालों को कार्रवाई का सामना कर सकता है।
अभिलेखों में हेरफेर में छह बाहर बीटीसी प्रशिक्षण 2013 में डायट की 200 सीटों से फिलहाल 11 रिक्त पड़ी हुई हैं। 6 आवेदकों को अभिलेखों में हेराफेरी कर प्रवेश लेने के बाद संस्थान ने निष्कासित कर दिया था। इस सत्र में इन 11 सीटों को भरने के लिए शासन ने रेड सिग्नल दिखा दिया है। इन सीटों के बाद लगभग तीन सैकड़ा आवेदक निजी कॉलेजों में प्रशिक्षणरत हैं।

Publish Date:Thu, 20 Nov 2014 06:39 PM (IST) | Updated Date:Thu, 20 Nov 2014 06:39 PM (IST)

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